Indian Railways ने बदले नियम: अब Waiting Ticket पर Sleeper और AC में यात्रा नहीं?

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और अधिक सुगम और पारदर्शी बनाना है।

हाल ही में, एक खबर आई है कि नॉर्मल रिजर्वेशन अब तत्काल टिकट के जैसा ही 24 घंटे में एक बार बुक होगा, खासकर स्लीपर क्लास के लिए। इस लेख में हम इस खबर की सच्चाई, नए नियमों और उनके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

टिकट बुकिंग के नए नियम: मुख्य जानकारी

विवरणजानकारी
स्लीपर और AC कोचप्रतीक्षा सूची वाले टिकट पर यात्रा नहीं कर सकते
प्रभावी तिथि1 मार्च 2025
प्रतीक्षा सूची टिकटकेवल जनरल कोच में मान्य
एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP)120 दिन से घटाकर 60 दिन
तत्काल टिकट बुकिंगAC: सुबह 10:00 बजे, नॉन-AC: सुबह 11:00 बजे
रिफंडट्रेन रद्द होने या 3 घंटे से अधिक देरी पर
सीट आवंटनAI तकनीक द्वारा

टिकट बुकिंग नियमों में बदलाव का उद्देश्य

भारतीय रेलवे का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना है। इसके लिए रेलवे समय-समय पर टिकट बुकिंग नियमों में बदलाव करता रहता है। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:

  1. दलाली पर रोक लगाना।
  2. वास्तविक यात्रियों को टिकट उपलब्ध कराना।
  3. सीट आवंटन को बेहतर बनाना।
  4. प्रतीक्षा सूची (Waiting List) को कम करना।
  5. यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करना।

स्लीपर टिकट बुकिंग में बदलाव की सच्चाई

हाल ही में, यह खबर आई थी कि नॉर्मल रिजर्वेशन अब तत्काल टिकट के जैसा 24 घंटे में एक बार बुक होगा, खासकर स्लीपर क्लास के लिए। लेकिन, यह खबर पूरी तरह से सच नहीं है। असल में, भारतीय रेलवे ने एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) को कम कर दिया है, जिससे यात्री अब यात्रा की तारीख से केवल 60 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकते हैं।

1 मार्च 2025 से लागू नियम

1 मार्च 2025 से भारतीय रेलवे ने कुछ नए नियम लागू किए हैं जिनका यात्रियों को ध्यान रखना होगा:

  1. प्रतीक्षा सूची वाले टिकट पर यात्रा नहीं: अब प्रतीक्षा सूची (Waiting List) वाले टिकट पर स्लीपर या AC कोच में यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
  2. जनरल कोच में यात्रा: प्रतीक्षा सूची वाले यात्री केवल जनरल कोच में ही यात्रा कर सकते हैं।
  3. जुर्माना: यदि कोई यात्री स्लीपर या AC कोच में प्रतीक्षा सूची वाले टिकट के साथ पाया जाता है, तो उसे जुर्माना देना होगा。

एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) में कमी

भारतीय रेलवे ने एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया है। इसका मतलब है कि अब यात्री अपनी यात्रा से केवल 60 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकते हैं।

ARP में कमी का कारण

  1. अधिक रद्दीकरण: 61 से 120 दिन पहले बुक किए गए लगभग 21% टिकट रद्द हो जाते थे。
  2. अनुपस्थित यात्री: लगभग 4-5% यात्री टिकट बुक करने के बाद भी यात्रा के लिए नहीं आते थे。
  3. धोखाधड़ी: टिकट दलाली और धोखाधड़ी की गतिविधियों को कम करना。
  4. वास्तविक यात्रियों को लाभ: वास्तविक यात्रियों को टिकट उपलब्ध कराना。

तत्काल टिकट बुकिंग का समय

तत्काल टिकट बुकिंग के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। AC तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 10:00 बजे शुरू होती है, जबकि नॉन-AC तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 11:00 बजे शुरू होती है。

AI तकनीक का उपयोग

भारतीय रेलवे ने सीट आवंटन को बेहतर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इससे सीट आवंटन प्रक्रिया अधिक कुशल और निष्पक्ष होगी。

रिफंड के नियम

यदि ट्रेन 3 घंटे से अधिक देरी से चलती है या रद्द हो जाती है, तो यात्रियों को टिकट का पूरा रिफंड मिलेगा。

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों में एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) को कम करना, प्रतीक्षा सूची वाले टिकट पर स्लीपर और AC कोच में यात्रा करने पर रोक लगाना, और AI तकनीक का उपयोग करके सीट आवंटन को बेहतर बनाना शामिल है।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी निर्णय लेने से पहले सभी विवरणों की पुष्टि करें और आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।

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