Kota को मिला 1250 एकड़ का एयरपोर्ट : छात्रों और पर्यटकों के लिए Gamechanger साबित होगा

राजस्थान के कोटा जिले में नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जो राज्य के पर्यटन, शिक्षा और व्यापार को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। यह एयरपोर्ट न केवल हाड़ौती क्षेत्र के लाखों निवासियों को हवाई सुविधा प्रदान करेगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित होगा। राजस्थान सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के बीच हुए समझौते के तहत इस परियोजना को लागू किया जा रहा है।

इस लेख में हम कोटा एयरपोर्ट से जुड़ी सभी जानकारी देंगे, जिसमें परियोजना का विवरणलाभ, और भविष्य की योजनाएं शामिल हैं।

Rajasthan New Airport

विवरणजानकारी
परियोजना का नामकोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
स्थानतुलसी गांव, कोटा से 25 किमी पूर्व
कुल क्षेत्रफल1250 एकड़
रनवे की लंबाई3200 मीटर
यात्री क्षमताप्रति वर्ष 20 लाख यात्री
टर्मिनल बिल्डिंग का आकार20,000 वर्ग मीटर
चेक-इन काउंटर14
प्रमुख सुविधाएंअंतरराष्ट्रीय उड़ानों की क्षमता, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर

कोटा एयरपोर्ट क्यों महत्वपूर्ण है?

प्रमुख उद्देश्य:

  1. पर्यटन को बढ़ावा:
    राजस्थान का कोटा जिला ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से भरपूर है। नया एयरपोर्ट पर्यटकों के लिए यात्रा को आसान बनाएगा।
  2. शिक्षा और व्यापार:
    कोटा देश का प्रमुख शैक्षिक केंद्र है। यह एयरपोर्ट छात्रों और व्यापारियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  3. आर्थिक विकास:
    हाड़ौती क्षेत्र में व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

परियोजना की वर्तमान स्थिति

निर्माण प्रक्रिया:

  1. जुलाई 2024 में AAI और राजस्थान सरकार ने समझौता किया।
  2. मई 2025 में निर्माण कार्य शुरू होगा।
  3. दिसंबर 2027 तक एयरपोर्ट संचालन शुरू होने की संभावना है।

पर्यावरण मंजूरी:

  1. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने परियोजना को मंजूरी दी है।
  2. भूमि अधिग्रहण और अन्य स्वीकृतियां पूरी हो चुकी हैं।

कोटा एयरपोर्ट की विशेषताएं

प्रमुख विशेषताएं:

  1. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की क्षमता:
    रनवे की लंबाई और चौड़ाई बड़े विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है।
  2. आधुनिक टर्मिनल:
    • 14 चेक-इन काउंटर।
    • 2 कन्वेयर बेल्ट।
  3. यात्री सुविधाएं:
    • प्रति घंटे 1000 यात्रियों की क्षमता।
    • आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिज़ाइन।

कोटा एयरपोर्ट का प्रभाव

पर्यटन पर प्रभाव:

  1. राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी।
  2. हाड़ौती क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।

शिक्षा पर प्रभाव:

  1. छात्रों और अभिभावकों के लिए यात्रा सुविधाजनक होगी।
  2. शैक्षिक संस्थानों तक पहुंच आसान होगी।

व्यापार पर प्रभाव:

  1. व्यापारियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।
  2. नए उद्योगों और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

अन्य एयरपोर्ट्स से तुलना

जयपुर एयरपोर्ट:

  • यात्री क्षमता: प्रति वर्ष 50 लाख यात्री।
  • रनवे लंबाई: 3500 मीटर।

उदयपुर एयरपोर्ट:

  • यात्री क्षमता: प्रति वर्ष 15 लाख यात्री।
  • रनवे लंबाई: 2750 मीटर।

कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट:

  • यात्री क्षमता: प्रति वर्ष 20 लाख यात्री।
  • रनवे लंबाई: 3200 मीटर।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

क्या कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करेगा?

हाँ, यह एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।

क्या यह परियोजना समय पर पूरी होगी?

निर्माण कार्य मई 2025 में शुरू होगा और दिसंबर 2027 तक पूरा होने की संभावना है।

क्या हाड़ौती क्षेत्र के निवासियों को लाभ मिलेगा?

हाँ, यह एयरपोर्ट हाड़ौती क्षेत्र के लाखों निवासियों को हवाई सुविधा प्रदान करेगा।

निष्कर्ष

कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट राजस्थान के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह न केवल पर्यटन, शिक्षा और व्यापार को बढ़ावा देगा बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी भी सुधार करेगा। यदि यह परियोजना समय पर पूरी होती है तो यह राजस्थान का एक प्रमुख हवाई अड्डा बन सकता है।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया सभी विवरणों की पुष्टि संबंधित अधिकारियों या आधिकारिक स्रोतों से करें। कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना वास्तविक है लेकिन इसके निर्माण और संचालन की समय सीमा बदल सकती है।

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