भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की अर्थव्यवस्था में मंडियों का एक महत्वपूर्ण योगदान है। किसान अपनी फसलों को मंडियों में बेचकर अपनी आय प्राप्त करते हैं। इसलिए, किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए मंडियों में फसलों की कीमतों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। हर दिन मंडियों में फसलों की कीमतों में बदलाव होता रहता है, जो कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि मौसम, मांग और आपूर्ति, और सरकारी नीतियां। 21 फरवरी 2025 को देशभर की मंडियों से फसलों की नई कीमतें जारी कर दी गई हैं, जो किसानों और व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं।
इस लेख में, हम आपको देशभर की प्रमुख मंडियों में फसलों की नवीनतम कीमतों के बारे में बताएंगे। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि किन कारकों से मंडियों में फसलों की कीमतें प्रभावित होती हैं और किसानों और व्यापारियों के लिए मंडी भाव की जानकारी क्यों जरूरी है।
21 फरवरी 2025: प्रमुख मंडियों में फसलों का भाव
फसल | राज्य | मंडी का नाम | भाव (प्रति क्विंटल) |
---|---|---|---|
बाजरा | हरियाणा | हरियाणा | ₹2080 से ₹3000 |
गेहूं | हरियाणा | हरियाणा | ₹1680 से ₹2360 |
मक्का | हरियाणा | हरियाणा | ₹2000 |
ज्वार | हरियाणा | हरियाणा | ₹2200 |
जौ | हरियाणा | हरियाणा | ₹1820 से ₹2500 |
धान (चावल-1121) | हरियाणा | हरियाणा | ₹4400 |
बाजरा | राजस्थान | राजस्थान | ₹1700 से ₹2400 |
जौ | राजस्थान | राजस्थान | ₹1900 से ₹2200 |
गेहूं | राजस्थान | राजस्थान | ₹1950 से ₹3050 |
ज्वार | राजस्थान | राजस्थान | ₹2550 से ₹3650 |
मक्का | राजस्थान | राजस्थान | ₹1900 से ₹2540 |
धान (चावल) | राजस्थान | राजस्थान | ₹3500 |
धान (बासमती 1121) | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹3730 |
गेहूं | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹2420 |
मक्का | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹2580 |
बाजरा | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹2430 |
ज्वार | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹3150 |
जौ | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹2160 |
गेहूं शरबती | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश | ₹3600 |
ध्यान दें: ऊपर दी गई मंडी रेट की जानकारी आपके नजदीकी मंडी रेट से भिन्न हो सकती है। अपनी फसल बेचने व खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट से रेट अवश्य पता करें।
फसलों की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
मंडियों में फसलों की कीमतों को कई कारक प्रभावित करते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
- मौसम: मौसम का फसलों की पैदावार पर सीधा असर पड़ता है। यदि मौसम अनुकूल रहता है, तो फसलों की पैदावार अच्छी होती है और कीमतें कम रहती हैं। वहीं, यदि मौसम खराब रहता है, तो फसलों की पैदावार कम होती है और कीमतें बढ़ जाती हैं. 21 फरवरी 2025 को मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है जिससे पता चलता है कि आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव हो सकता है, जिसका असर कीमतों पर पड़ सकता है.
- मांग और आपूर्ति: यदि किसी फसल की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है। वहीं, यदि किसी फसल की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो उसकी कीमत घट जाती है।
- सरकारी नीतियां: सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य (Minimum Support Price – MSP) और अन्य नीतियां भी फसलों की कीमतों को प्रभावित करती हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: अंतरराष्ट्रीय बाजार में फसलों की कीमतों का भी घरेलू बाजार पर असर पड़ता है।
- परिवहन लागत: मंडियों तक फसलों को पहुंचाने की परिवहन लागत भी कीमतों में बदलाव का एक कारण हो सकती है।
किसानों और व्यापारियों के लिए मंडी भाव की जानकारी क्यों जरूरी है?
मंडी भाव की जानकारी किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए बहुत जरूरी है:
- किसानों के लिए: मंडी भाव की जानकारी किसानों को यह तय करने में मदद करती है कि उन्हें अपनी फसल कब और कहां बेचनी चाहिए ताकि उन्हें अधिक लाभ मिल सके।
- व्यापारियों के लिए: मंडी भाव की जानकारी व्यापारियों को यह तय करने में मदद करती है कि उन्हें कौन सी फसल खरीदनी चाहिए और उसे कब बेचना चाहिए ताकि उन्हें मुनाफा हो सके।
- आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन: मंडी भाव की जानकारी आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है, जिससे उपभोक्ताओं तक उचित मूल्य पर सामान पहुंच सके।
- नीति निर्धारण: सरकार और अन्य नीति निर्माताओं को मंडी भाव की जानकारी से कृषि नीतियों और कार्यक्रमों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
विभिन्न राज्यों की मंडियों में फसलों का हाल
- हरियाणा: हरियाणा में बाजरा ₹2080 से ₹3000 प्रति क्विंटल, गेहूं ₹1680 से ₹2360 प्रति क्विंटल और धान ₹4400 प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है.
- राजस्थान: राजस्थान में बाजरा ₹1700 से ₹2400 प्रति क्विंटल, गेहूं ₹1950 से ₹3050 प्रति क्विंटल और ज्वार ₹2550 से ₹3650 प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है.
- उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में धान ₹3730 प्रति क्विंटल और गेहूं शरबती ₹3600 प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है.
21 फरवरी 2025 का मौसम का पूर्वानुमान
21 फरवरी 2025 को मौसम का पूर्वानुमान भी फसलों की कीमतों पर असर डाल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, 21 फरवरी 2025 को अधिकतम तापमान 26.77°C और न्यूनतम तापमान 12.47°C रहने की संभावना है और बादल छाए रहेंगे. ऐसे मौसम में कुछ फसलों की कीमतें बढ़ सकती हैं तो कुछ की घट सकती हैं।
- बारिश की संभावना: कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना है जिससे फसलों की कटाई और परिवहन में बाधा आ सकती है और कीमतें बढ़ सकती हैं.
- तापमान: तापमान में बदलाव से कुछ फसलों की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जिससे उनकी कीमतें घट सकती हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। मंडियों में फसलों की कीमतें हर समय बदलती रहती हैं। इसलिए, अपनी फसल बेचने या खरीदने से पहले अपनी स्थानीय मंडी से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है और इसमें त्रुटियां हो सकती हैं। इसलिए, किसी भी निर्णय लेने से पहले स्वयं जानकारी की पुष्टि करें.