भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आयकर कानून में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। खासतौर पर सैलरीड व्यक्तियों और पेंशनर्स के लिए नई टैक्स व्यवस्था (New Tax Regime) को अधिक सरल और लाभकारी बनाने का प्रयास किया गया है।
इस लेख में हम आयकर की गणना, नई टैक्स व्यवस्था के तहत टैक्स स्लैब, छूट और कटौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Income Tax Calculation FY 2024-25: मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
---|---|
नई टैक्स व्यवस्था लागू तिथि | 1 अप्रैल 2024 |
पुरानी टैक्स व्यवस्था | वैकल्पिक |
सैलरीड व्यक्तियों के लिए मानक कटौती (Standard Deduction) | ₹75,000 |
पेंशनर्स के लिए मानक कटौती | ₹50,000 |
नई टैक्स स्लैब | समान सभी आयु वर्गों के लिए |
पुरानी टैक्स स्लैब | वरिष्ठ नागरिकों और सुपर सीनियर नागरिकों के लिए अलग |
नई टैक्स व्यवस्था (New Tax Regime)
नई टैक्स व्यवस्था को सरल बनाने और करदाताओं को अधिक लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से पेश किया गया है।
नई टैक्स स्लैब FY 2024-25
आय सीमा (₹) | टैक्स दर (%) |
---|---|
₹0 से ₹2.5 लाख | शून्य |
₹2.5 लाख से ₹5 लाख | 5% |
₹5 लाख से ₹7.5 लाख | 10% |
₹7.5 लाख से ₹10 लाख | 15% |
₹10 लाख से ₹12.5 लाख | 20% |
₹12.5 लाख से ₹15 लाख | 25% |
₹15 लाख से अधिक | 30% |
नई व्यवस्था की विशेषताएँ
- सभी आयु वर्गों के लिए समान टैक्स स्लैब।
- कम आय वर्ग पर कम कर दर।
- कोई अतिरिक्त छूट या कटौती नहीं।
पुरानी टैक्स व्यवस्था (Old Tax Regime)
पुरानी टैक्स व्यवस्था अभी भी वैकल्पिक रूप में उपलब्ध है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों और सुपर सीनियर नागरिकों को अधिक छूट प्रदान की जाती है।
पुरानी टैक्स स्लैब FY 2024-25
आय सीमा (₹) | टैक्स दर (%) (60-80 वर्ष) | टैक्स दर (%) (80+ वर्ष) |
---|---|---|
₹0 से ₹3 लाख | शून्य | शून्य |
₹3 लाख से ₹5 लाख | 5% | शून्य |
₹5 लाख से ₹10 लाख | 20% | 20% |
₹10 लाख से अधिक | 30% | 30% |
पुरानी व्यवस्था की विशेषताएँ
- वरिष्ठ नागरिकों और सुपर सीनियर नागरिकों को उच्च छूट।
- विभिन्न प्रकार की कटौतियाँ जैसे धारा 80C, 80D आदि।
सैलरीड व्यक्तियों और पेंशनर्स के लिए मानक कटौती
सैलरीड व्यक्तियों
सैलरीड व्यक्तियों को नई और पुरानी दोनों व्यवस्थाओं में मानक कटौती का लाभ मिलता है:
- मानक कटौती: ₹75,000
पेंशनर्स
पेंशनर्स को भी मानक कटौती का लाभ मिलता है:
- मानक कटौती: ₹50,000
आयकर गणना कैसे करें?
आयकर गणना निम्नलिखित चरणों में की जाती है:
1.कुल आय का निर्धारण करें:
- सैलरी + अन्य स्रोतों से आय।
2.मानक कटौती लागू करें:
- सैलरीड व्यक्तियों: ₹75,000
- पेंशनर्स: ₹50,000
3.टैक्स स्लैब लागू करें:
- नई या पुरानी व्यवस्था के अनुसार।
4.रिबेट और छूट लागू करें:
- धारा 87A के तहत यदि आय ₹5 लाख तक है तो पूरा टैक्स माफ।
उदाहरण
यदि आपकी कुल आय ₹8,00,000 है और आप नई टैक्स व्यवस्था चुनते हैं:
- कुल आय: ₹8,00,000
- मानक कटौती: -₹75,000
- नेट टैक्सेबल आय: ₹7,25,000
- टैक्स गणना:
- पहले ₹2.5 लाख पर: शून्य
- अगले ₹2.5 लाख पर: 5% = ₹12,500
- अगले ₹2.25 लाख पर: 10% = ₹22,500
कुल टैक्स = ₹35,000
नई व्यवस्था बनाम पुरानी व्यवस्था
विशेषताएँ | नई व्यवस्था | पुरानी व्यवस्था |
---|---|---|
छूट | नहीं | उपलब्ध |
मानक कटौती | हां | हां |
वरिष्ठ नागरिक छूट | नहीं | हां |
सरलता | अधिक | कम |
ध्यान देने योग्य बातें
- नई व्यवस्था चुनने पर आपको कोई अतिरिक्त छूट नहीं मिलेगी।
- यदि आपकी आय कम है तो नई व्यवस्था आपके लिए लाभकारी हो सकती है।
- उच्च आय वाले करदाता पुरानी व्यवस्था का चयन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आयकर की सही गणना करना वित्तीय योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। FY 2024-25 में पेश की गई नई टैक्स व्यवस्था सरल और पारदर्शी है। हालांकि, करदाता अपनी जरूरतों और आय स्तर के अनुसार पुरानी या नई किसी भी व्यवस्था का चयन कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ सलाह लें।