भारत में सोने की कीमतें हमेशा चर्चा में रहती हैं। यह न केवल एक निवेश का माध्यम है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा भी है। आज, 4 अप्रैल 2025 को, सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई है, जो खरीदारों और निवेशकों के लिए राहत की खबर है। आइए जानते हैं आज के Gold Price और इसके पीछे के कारण।
Gold Price Today: Overview Table
पैरामीटर | विवरण |
तारीख | 4 अप्रैल 2025 |
24 कैरेट सोने की कीमत (10 ग्राम) | ₹91,640 |
22 कैरेट सोने की कीमत (10 ग्राम) | ₹84,000 |
पिछले दिन की कीमत (24 कैरेट) | ₹93,380 |
पिछले दिन की कीमत (22 कैरेट) | ₹85,600 |
गिरावट (24 कैरेट) | ₹1,740 |
गिरावट (22 कैरेट) | ₹1,600 |
सोने की कीमतों में गिरावट के कारण
आज सोने की कीमतों में आई गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव: डॉलर की मजबूती या कमजोरी का सीधा असर सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ता है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलाव: वैश्विक स्तर पर स्पॉट गोल्ड की कीमतें गिरने से भारत में भी सोने की दरें प्रभावित हुई हैं।
- अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव: हाल ही में अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए टैरिफ ने निवेशकों को अस्थिर कर दिया है, जिससे सोने की मांग कम हुई है।
- स्थानीय मांग में कमी: शादी और त्योहारी सीजन से पहले मांग में कमी भी एक बड़ा कारण है।
शहरों के अनुसार आज का Gold Rate
भारत के विभिन्न शहरों में आज 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
शहर | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
दिल्ली | ₹91,790 | ₹84,150 |
मुंबई | ₹91,640 | ₹84,000 |
चेन्नई | ₹91,640 | ₹84,000 |
कोलकाता | ₹91,640 | ₹84,000 |
हैदराबाद | ₹91,640 | ₹84,000 |
बैंगलोर | ₹91,640 | ₹84,000 |
पिछले 10 दिनों का Gold Price Trend
सोने की कीमतों में पिछले 10 दिनों के दौरान उतार-चढ़ाव देखा गया। नीचे दिए गए आंकड़े इस ट्रेंड को दर्शाते हैं:
तारीख | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
3 अप्रैल 2025 | ₹85,600 | ₹93,380 |
2 अप्रैल 2025 | ₹85,100 | ₹92,840 |
1 अप्रैल 2025 | ₹85,300 | ₹93,050 |
31 मार्च 2025 | ₹85,200 | ₹92,940 |
सोने की कीमतें कैसे निर्धारित होती हैं?
भारत में सोने की दरें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव: वैश्विक स्तर पर सोने की मांग और आपूर्ति भारत में दरों को प्रभावित करती है।
- रुपया बनाम डॉलर विनिमय दर: यदि रुपया कमजोर होता है तो आयातित सोना महंगा हो जाता है।
- स्थानीय टैक्स और परिवहन लागत: राज्य स्तर पर लागू टैक्स और परिवहन शुल्क भी अंतिम कीमत को प्रभावित करते हैं।
- मौसमी मांग: शादी और त्योहारी सीजन के दौरान मांग बढ़ने से कीमतें ऊपर जाती हैं।
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश माना गया है। हाल ही में आई गिरावट ने इसे खरीदने का एक अच्छा मौका प्रदान किया है। यदि आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो निम्नलिखित बातें ध्यान रखें:
- बाजार ट्रेंड को समझकर खरीदारी करें।
- BIS हॉलमार्क वाले गहनों को प्राथमिकता दें।
- लंबी अवधि के लिए निवेश करें ताकि अच्छे रिटर्न मिल सकें।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। आज सोने की कीमतों में गिरावट वास्तविक है और इसे बाजार के मौजूदा हालातों से जोड़ा जा सकता है। हालांकि भविष्य में दरें फिर से बढ़ सकती हैं। निवेश करने से पहले विशेषज्ञ सलाह जरूर लें।