Gold-Silver Price Today: भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। दशहरा और दिवाली जैसे बड़े त्योहारों के करीब आने के साथ ही सोने-चांदी की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता के कारण भी कीमती धातुओं की कीमतों में उछाल आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने-चांदी के भाव और भी ऊंचाई छू सकते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में सोने की कीमत में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है और यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। वहीं चांदी के दाम भी पिछले एक दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं जैसे – त्योहारी सीजन में बढ़ी मांग, मध्य-पूर्व में तनाव, अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता। इस लेख में हम सोने-चांदी की कीमतों में आई इस तेजी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
सोने-चांदी की कीमतों में आई तेजी का विश्लेषण
सोने और चांदी की कीमतों में पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आइए इस बढ़ोतरी के प्रमुख कारणों और रुझानों पर एक नजर डालें:
सोने-चांदी की कीमतों का ओवरव्यू
विवरण | मूल्य |
24 कैरेट सोने का वर्तमान मूल्य (10 ग्राम) | ₹63,000 |
22 कैरेट सोने का वर्तमान मूल्य (10 ग्राम) | ₹57,750 |
चांदी का वर्तमान मूल्य (1 किलो) | ₹96,000 |
सोने में पिछले 6 महीने की बढ़ोतरी | 12% |
चांदी में पिछले 6 महीने की बढ़ोतरी | 24% |
सोने का अनुमानित उच्चतम स्तर (10 ग्राम) | ₹77,000 |
चांदी का अनुमानित उच्चतम स्तर (1 किलो) | ₹1,00,000 |
त्योहारी सीजन में बढ़ी मांग
- दशहरा, दिवाली जैसे बड़े त्योहारों के करीब आने से सोने-चांदी की मांग में 25-30% की बढ़ोतरी
- शादी के सीजन में भी ज्वेलरी की खरीदारी बढ़ने से कीमतों में तेजी
- निवेश के रूप में भी लोग सोना-चांदी खरीद रहे हैं
वैश्विक कारण
- मध्य-पूर्व में इजराइल-लेबनान तनाव से सोने की सुरक्षित निवेश के रूप में मांग बढ़ी
- अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना
- केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी में बढ़ोतरी
- वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
सोने की कीमत पिछले कुछ महीनों में लगातार बढ़ रही है और अब यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है। 24 कैरेट सोने का भाव 10 ग्राम के हिसाब से ₹63,000 तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह और भी ऊपर जा सकता है।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
- त्योहारी सीजन में बढ़ी मांग
- वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव
- अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना
- केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी
- निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की खरीद
सोने की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमत 10 ग्राम के हिसाब से ₹77,000 तक जा सकती है। कुछ विश्लेषकों का तो यह भी कहना है कि यह ₹80,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल
चांदी की कीमतों में भी पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वर्तमान में चांदी का भाव ₹96,000 प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच गया है, जो पिछले एक दशक का उच्चतम स्तर है।
चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
- औद्योगिक उपयोग में बढ़ोतरी (इलेक्ट्रिक वाहन, सोलर पैनल आदि)
- निवेश के रूप में मांग बढ़ना
- सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का असर
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता
चांदी की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमत जल्द ही ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम का आंकड़ा छू सकती है। कुछ विश्लेषकों का तो यह भी कहना है कि यह ₹1,10,000 प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।
त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की मांग
भारत में त्योहारी सीजन के दौरान सोने-चांदी की मांग में भारी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इस साल भी यह ट्रेंड जारी है और ज्वेलरी कंपनियां अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रही हैं।
त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने के कारण
- सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है
- शादी के सीजन में ज्वेलरी की खरीदारी बढ़ती है
- निवेश के रूप में लोग सोना-चांदी खरीदते हैं
- उपहार के रूप में सोने-चांदी के आभूषण दिए जाते हैं
ज्वेलरी कंपनियों की उम्मीदें
- जोस अलुक्कास जैसी कंपनियां 25-30% बिक्री वृद्धि की उम्मीद कर रही हैं
- नए डिजाइन और कलेक्शन लॉन्च किए जा रहे हैं
- ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों चैनलों से अच्छी बिक्री की उम्मीद
भविष्य में सोने-चांदी की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोने और चांदी की कीमतों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, कुछ उतार-चढ़ाव भी हो सकते हैं।
सोने की कीमतों का अनुमान
- अगले 3-6 महीनों में 10 ग्राम सोने की कीमत ₹77,000-80,000 तक जा सकती है
- लंबी अवधि में यह ₹85,000 तक पहुंच सकती है
- वैश्विक आर्थिक स्थिति और भू-राजनीतिक तनाव प्रमुख कारक होंगे
चांदी की कीमतों का अनुमान
- अगले कुछ महीनों में चांदी ₹1,00,000-1,10,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है
- औद्योगिक मांग बढ़ने से कीमतों में और तेजी आ सकती है
- लंबी अवधि में यह ₹1,20,000 प्रति किलो तक जा सकती है